हर दीवाली हमने परिवार संग ही मनाई है,पर इस दीवाली की बात ही अलग है। हर तरफ कोरोना के कारण हाहाकार है और मायूसी का माहौल है , ऐसे मैं आपने को और अपने परिवार को इस मायूसी से बचाना है, और उम्मीदों भरी रोशनी अपनी और अपनों की ज़िन्दगी में उजाला करना है। सिर्फ मिठाइयां, कंदील , पटाखे, नए कपड़े इनसे ही दीवाली का मतलब नही है ।
दीवाली का असली मतलब तो एकजुट रहकर एकसाथ इस अंधेरे को मिटाकर रोशनी की तरफ बढ़ना है । हम भले ही ज्यादा कुछ ना कर पाए पर जब पूरा परिवार एक साथ मिलकर हसी-मजाक, मिलना- घुलना , प्रेम-मोहब्बत एक दूसरे के लिए ज़ाहिर करते है, उससे दीवाली का असली मतलब पता चलता है। तो इस दीवाली उदास होने के बदले इस को हंसी खुशी आपने परिवार के साथ मनाए।