युगांडा में समलैंगिकता पर सजा-ए-मौत होने के बाद भारत में फिर से समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मामले की सुनवाई उच्चतम न्यायालय में शुरू हो चुकी है। दुनिया के 34 देशों में से 23 ने समलैंगिक विवाह को कानून बनाकर इसे वैध करार दिया है, जबकि 10 देशों ने अदालत के आदेश से इसे वैध माना है। दक्षिण अफ्रीका और ताइवान ने इसे अदालत के आदेश से वैध करार दिया है। साल 2001 में नीदरलैंड समलैंगिक विवाह को वैध बनाने वाला पहला देश था, जबकि ताइवान ऐसा करने वाला पहला एशियाई देश बन चुका है।
क्या भारत में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिलेगी? दुनिया में कितने देशों में है यह कानूनी?
