नई पीढ़ी के तमिल फिल्म निर्माता हॉलीवुड फिल्मों का रीमेक बनाने के लिए एआर मुरुगादॉस जैसे पुराने फिल्म निर्माताओं की तरह समान विलासिता का आनंद लेना पसंद नहीं करते है। क्रिस्टोफर नोलन को श्रेय दिए बिना गजनी जैसी मूवी बनाना आज संभव नहीं होता। एक भारतीय सिनेमा जितनी दुनिया के सामने आती है, उसे उतना ही जांच का सामना करना पड़ता है। इसलिए लोकेश कनगराज ने डेविड क्रोनबर्ग की ए हिस्ट्री ऑफ वायलेंस को श्रेय देने के बाद ही लियो मूवी की शुरुवात की।
डेविड क्रोनबर्ग की ए हिस्ट्री ऑफ वायलेंस का लोकेश कनगराज अनुकरण क्यों नहीं कर सकते?
