नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड को मुसीबतें और नए आरोपों का सामना करना पड़ रहा हैं।सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई एक याचिका के अनुसार वह बच्चों के रूप में माओवादी सैनिकों का इस्तेमाल करते हैं। यह याचिका पूर्व बाल सैनिक लेनिन बिस्टा ने दायर की है। उनके अनुसार माओवादी युद्ध में बच्चों का इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने भी 4008 नाबालिग गुरिल्ला सैनिकों को अयोग्य घोषित किया है। विपक्ष भी प्रचंड के राजनीतिक चरित्र पर सवाल उठाए रहे हैं और पशुपतिनाथ मंदिर जाने को लेकर उन्हें कट्टरपंथी कह रहे हैं।
नए आरोपों में फसते जा रहे हैं नेपाल के प्रधानमंत्री।
