शनिवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हो रहे भाजपा के पंचायती राज परिषद कार्यक्रम में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को करार जवाब दिया है। उनके अनुसार मानसून सत्र की शुरुवात से ही वह लोग मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के पक्ष में थे। लेकिन विपक्ष के लोगों को सिर्फ राजनीति से मतलब है। उन्होंने ही पहले अविश्वास प्रस्ताव को लाया। विपक्ष ने ही मणिपुर पर चर्चा होने नहीं दी, उनको पता था सबसे ज्यादा उन्हें ही मणिपुर का सच चुभेगा। हालाकी उन्होंने संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को हरा कर, देश में नकारात्मकता फैलाने वालों को करारा जवाब दिया है। इसलिए संसद बीच में ही छोड़कर विपक्ष के सदस्य भाग गए। अविश्वास प्रस्ताव पर अगर वोटिंग होती तो घमंडिया गठबंधन की पोल खुल जाती।
विपक्ष को लोगों से नहीं, राजनीति से मतलब है: नरेंद्र मोदी।
