भारत में क्रिप्टो करेंसी लीगल नहीं है लेकिन भारत सरकार ने क्रिप्टो को बैन भी नहीं किया है। नए बजट सत्र में इस पर अपना कड़ा रुख दिखाते हुए भारत सरकार ने 30 फ़ीसदी टैक्स लगा दिया जो अप्रैल महीने से ही प्रभाव में है। विशेषज्ञों की माने तो आपको क्रिप्टो बाजार में गलत सूचनाओं की वजह से घाटा होता है, दरअसल जागरूकता ना होने की वजह से लोगों को भारी गिरावट का सामना करना पड़ता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हाल में ही हुई टेरा लूना की भारी गिरावट है, जहां झाऊ को एक झटके में करीब एक अरब डॉलर के नुकसान का सामना करना पड़ा।
क्रिप्टो बाजार में गलत सूचनाओं से भी हो सकता है आपको नुकसान
