मंगलवार को संसद की 96 साल पुरानी इमारत में कार्यवाही का आखिरी दिन था। पुराना संसद भवन आजादी और संविधान को अपनाने का गवाह है। 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने इसी संसद भवन में सत्ता हस्तांतरण किया था और भारत के संविधान ने भी यहीं आकार लिया था। पुराने संसद भवन के विदाई को लेकर पीएम मोदी ने कहा की गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सभी नेता नए भवन में बैठने वाले हैं और आज से पुराने संसद भवन को संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा।
पुराना संसद भवन बना संविधान सदन, यहीं हुई थी संविधान की शुरुआत।
