रिजर्व बैंक ने लेनदेन के लिए बैंकों के द्वारा जारी प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स को यूपीआई सिस्टम में शामिल करने की घोषणा की है। अब यूपीआई के माध्यम से बचत खातों, ओवरड्रॉफ्ट खातों, प्रीपेड वॉलेट्स, और क्रेडिट कार्ड्स को जोड़ा जा सकता है। यह उपयोगकर्ताओं को लाभ पहुंचा सकता है और बाजार में नए उत्पादों के विकास में मदद कर सकता है। UPI से अगस्त में 10 अरब ट्रांजैक्शन हो गए हैं, जो इस सिस्टम की महत्वपूर्णता को दर्शाता है।
RBI ने UPI के लिए बड़ा ऐलान किया, प्री-अप्रूव्ड लोन सुविधा को शामिल करने की मंजूरी दी।
