छत्तीसगढ के सरगुजा जिले के शासकीय विद्यालयों के मरम्मत के लिए सरकारी अनुदान के बावजूद शिक्षा विभाग को अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। नए शिक्षा सत्र की शुरुआत होते समय जर्जर शौचालयों और पेयजल समस्याओं के बीच शिक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही हैं। विद्यालय प्रमुखों के आरोप के अनुसार जर्जर शौचालयों की मरम्मत के लिए वह लोग वित्तीय समर्थन का इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय छोटे विद्यालयों के बजाय, बड़े विद्यालयों को अधिक धन दिया जा रहा है। शिक्षा विभाग के विद्यालयों में भी शौचालय सुविधा नहीं है और सफाई कर्मी भी उपलब्ध नहीं हैं। विद्यालय प्रमुखों ने अपने आप मरम्मत कार्य करवाने का प्रयास किया है, पर ठेकेदार ने इसे अस्वीकार कर दिया है। संघटक के अनुसार विद्यालयों की मरम्मत आरईएस विभाग की जिम्मेदारी है। लेकिन उन्हें सही समर्थन नहीं मिला है।