मांझी सरण: छपरा के मांझी में हुए हरेंद्र यादव हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। सारण एसपी गौरव मंगला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मामले का खुलासा किया। इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता है जेल में बंद मुखिया पति विजय यादव हैं जिसने हरेंद्र यादव की हत्या की सुपारी 7लाख रुपए में दी थी।
हत्या में संलिप्त एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही अन्य दो अपराधी दीपक यादव और सुग्रीव यादव को सिवान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या में सिवान के कुख्यात लाली यादव की संलिप्तता
इस हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता जेल में बंद मुखिया पति विजय यादव के कहने पर पड़ोसी जिला सिवान के कुख्यात अपराधी लाली यादव द्वारा अन्य अपराधियों के माध्यम से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। इस हत्या के लिए मुखिया पति विजय यादव ने 7लाख रुपए में सौदा किया था।
हत्या को जातीये रंग देने की की गई थी कोशिश
हरेंद्र यादव की हत्या के बाद परिजनों द्वारा आवेदन देकर 6 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था जिसमें पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए एक अभियुक्त अभिराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन अब मामला पूरी तरह से उलट गया है। हत्या के बाद स्थानीय नेताओं ने इस घटना को जातीय रंग देने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस की सक्रियता के चलते अपराधी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाए थे। हरेंद्र यादव की हत्या के बाद माझी में महापंचायत आयोजित की गई थी। जिसमें मांझी विधायक और एकमा विधायक सहित तमाम लोग उपस्थित होकर प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे थे। और एक खास जाति के लोगो को हत्या में संलिप्त बता रहे थे। लेकिन अब यह मामला पूरी तरह से पलट चुका है।
चुनावी रंजिश के चलते हुई थी हत्या
अमृता हरेंद्र यादव और विजय यादव में पूर्व से ही अदावत चलती आ रही है। 2021 में हुवे पंचायत चुनाव में दोनों व्यक्तियों की पत्नियां उम्मीदवार थी। जिसके बाद हरेंद्र यादव और विजय यादव खुलकर आमने-सामने आ गए। इसी भी विजय यादव के पिता की हत्या हो गई। जिसके बाद विजय यादव ने हरेंद्र यादव को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया था।
जब विजय यादव द्वारा तीन युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ।जिसमें दो युवकों की मौत हो गई थी। विजय यादव को शक था कि हरेंद्र यादव के इशारे पर ही वीडियो वायरल किया गया है।