बड़े राजनीतिक और आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तान के चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से चुनाव आयोजित करने के लिए चुनाव आयोग ने पहले से ही कई उपाय अपनाए हैं। जिसके तहत मतपत्र के लिए आवश्यक सामग्री खरीदी गई है, मतदान केंद्रों की सूची तैयार की गई है और मतदाताओं के पंजीकरण, नाम हटाने और सत्यापन के लिए तिथि घोषित की गई है। साथ ही चार प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव भी आयोजित किया जाएगा। पाकिस्तान के संविधान में नए चुनावों की व्यवस्था है। जिसके कारण नवंबर में चुनाव आयोग की अध्यक्षता में चुनाव निकाय की बैठक की जाएगी। इस समय पाकिस्तान पार्टी के नेता संघर्ष कर रहे हैं। उनके सामर्थ्य पर सवाल उठ रहे हैं। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति मजबूती करने के वजह चुनाव की तैयारी की जा रही हैं।
आर्थिक स्थिति मजबूती करने के बजाय चुनाव की तैयारी में लगा है पाकिस्तान।
