पाकिस्तान सरकार ने वैध दस्तावेजों के बिना पाकिस्तान में रह रहे अफगानों को 31 अक्टूबर तक वापस भेजने की समयसीमा तय की थी, लेकिन अब 31 दिसंबर के बाद वैध कागजात वाले अफगानों को भी वापस भेजने की योजना बनाई गई है। इस फैसले से कई वर्षों से पाकिस्तान में रहने वाले 1,65,000 से अधिक अफगानों को अपना कारोबार, संपत्ति छोड़कर पाकिस्तान से जाना पड़ रहा है। इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार का कहना है की इनमें से कई अफगान आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं। इसलिए सुरक्षा कारणों से उन्होंने यह फैसला लिया है।
लाखों की संपत्ति पीछे छोड़ कर पाकिस्तान से खाली हाथ जाने को मजबूर 1,65,000 से अधिक अफगानी।
