लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए इस्लामिक कट्टरपंथियों ने 30 नवंबर को ईरान के 58 स्कूलों में 900 से ज्यादा स्कूली छात्राओं को जहर दिया था। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अनुसार ईरान के लोगों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए दुश्मन देशों ने इस घटना को अंजाम दिया है। हाल ही में जिनेवा में हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की बैठक में ईरान के इस घटना पर कई देशों ने चिंता जाहिर की।
छात्राओं के साथ इस्लामिक कट्टरपंथियों की अमानवीय हरकत।
