मुश्किलों में फंसे होने के बावजूद इमरान खान चुनाव कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बयान दिया कि सरकार जब उनकी पार्टी तोड़ेगी, तब वह चुनाव की तारीखों का एलान करेगी। हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों में से दोषियों को रख कर बेकसूर लोगों को रिहा कर देना चाहिए। अधिकतर लोग तो हिंसा में शामिल भी नहीं थे। लोकतंत्र और राजनीति को सत्ताधारी लोग खत्म करना चाहते हैं।
चुनाव लड़ने के उम्मीद में है इमरान खान।
