पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर BSF ने अपना रिपोर्ट जारी किया है। उनके अनुसार बंगाल चुनाव आयोग ने सटीक जानकारी नहीं दी थी। सेंसिटिव बूथ की तादाद की लिस्ट नहीं बताई गई और पोजीशन की जानकारी भी नहीं दी गई है। बीएसएफ के बार बार पूछने पर बंगाल चुनाव आयोग ने उनको एसपी और डीसी से बात करने को कही थी। डीसी से तैनात रहने का निर्देश मिलने पर बीएसएफ तैनात हो गए थे। बीएसएफ के 59 हजार जवानों को चुनाव के लिए तैनात किया गया था। साथ ही बीएसएफ को 25 से 30,000 सेंसिटिव बूथ की जानकारी नहीं दी गई थी। उनको लगा 16000 ट्रूप में 13,363 जवानों से काम हो जाएगा। समय रहते उनको पता होता तो वह लोग हिंसा को रोक सकते थे। BSF जल्दी ही अपनी रिपोर्ट MHA को सौंपने वाले हैं।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव पर BSF का अहम खुलासा।
