गुरुवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि गौतम नवलखा को घर में नजरबंदी करने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी उपलब्ध कराने के खर्च के तहत 1.64 करोड़ रुपए का भुगतान करना है और अब तक सिर्फ 10 लाख रुपए का ही भुगतान किया गया है। हालांकि, इस राशि को लेकर गौतम नवलखा के वकील ने आपत्ति जताते हुए एजेंसी पर ‘जबरन वसूली’ का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, नागरिकों को हिरासत में रखने के लिए NIA उनसे एक करोड़ रुपए की मांग नहीं कर सकते है।
गौतम नवलखा ने NIA पर जबरन वसूली का लगाया आरोप।
