दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद ने अपने पद और आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बुधबार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अचानक लिए गए फैसले का कारण भ्रष्टाचार से समझौता बताया है. राज कुमार आनंद दिल्ली की राजनीति में एक जाना-माना चेहरा हैं और उन्हें अरविंद केजरीवाल का करीबी विश्वासपात्र माना जाता है। यह इस्तीफा पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है और इससे पार्टी नेतृत्व असमंजस की स्थिति में है क्योंकि अब पार्टी में बड़े नेता ही भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। राज कुमार आनंद का कहना है कि पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार मिटाने के लिए हुआ था, लेकिन ये पार्टी खुद ही भ्रष्टाचार में डूबी जा रही है.राज कुमार आनंद का कहना है कि पार्टी में दलितों का सम्मान भी नहीं होता है.आम आदमी पार्टी ने आनंद के इस्तीफे को लेकर कोई और बयान नहीं दिया है. आनंद ने अपने इस्तीफे को लेकर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह पार्टी के कामकाज से नाखुश थे. ऐसी भी अफवाहें हैं कि वह निकट भविष्य में किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी को इस समय चुनावों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस वक्त एक वरिष्ठ मंत्री के इस्तीफे ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद का सनसनी खुल्लासा
