पिछले 35 सालों में अमित शाह जैसे केंद्रीय मंत्री की पहली राजनीतिक रैली देख कर यह अनुमान लगाया जा सकता हैं की जम्मू कश्मीर की हालात में निरंतर सुधार हो रहा हैं। अगले साल जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी मतदाताओं को समान अवसर प्रदान किया जाएगा। जो लोग घाटी में शांति के साथ रह रहे हैं। उनको लोकसभा चुनाव में वोटिंग का मौका मिलेगा लेकिन विधानसभा चुनाव में मतदान हिस्सा बनने का मौका नहीं मिलेगा।
35 सालों में जम्मू कश्मीर की हालात में निरंतर सुधार।
