मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर आयोजित की गई बैठक में 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाने की रणनीति पर चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 2024 के लिए सभी विपक्षी दलों को अनेकता में एकता के माध्यम से एकत्रित करना था। इससे पहले भी विपक्ष ने कई बार पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित की है। बता दें कि पिछले साल यूपी और कर्नाटक में ऐसे ही प्रयोग हुए थे। 2017 उत्तर प्रदेश में बीजेपी की भारी जीत ने राजनीतिक मंदी का बड़ा कारक बनाया। जिसके परिणाम दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में दिखाई दिया था।
विपक्ष के गठजोड़ से चुनौती की तैयारी।
