गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार राजनीतिक नेताओं, भारतीय सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों को लंबे समय से पीएएफएफ धमकी दे रहा हैं। पीएएफएफ जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन और प्रतिबंधित आतंकी समूह के रूप में उभरा है। जम्मू कश्मीर और भारत के अन्य प्रमुख शहरों में होने वाले आतंकवादी हमलों के लिए पीएएफएफ अन्य संगठनों के साथ साजिश रचता हैं। बंदूक, गोला-बारूद और विस्फोटकों का प्रशिक्षण देकर आतंकी संगठन युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा है।
पीएएफएफ को लेकर गृह मंत्रालय का बड़ा बयान।
