भोजपुरी भाषी 5 करोड़ से अधिक : फिर भी आठवीं अनुसूची में जगह नहीं। आंदोलन की तैयारी तेज


Bhojpuri -speaking more than 5 crores: Yet not a place in the eighth schedule. Preparation of movement intensified

यूपी/बिहार: एक बार फिर से भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर आंदोलन तेज करने की तैयारी चल रही है। बिहार यूपी के बड़े साहित्यकार फिर से इस आंदोलन को तेज करने के लिए लोगों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। रोशनाई साहित्य संस्कृति के संवाहक संस्था के महासचिव गुलरेज शहजाद का कहना है कि, भोजपुरी भाषी क्षेत्र के सभी सांसदों को एक मंच पर लाकर बड़े आंदोलन को शुरू करने की तैयारी है। सांसदों को पत्र लिखा जा रहा है। इसी साल अक्टूबर-नवंबर में चंपारण लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन होगा। जिसमें 1 दिन भोजपुरी पर ही बात की जाएगी।

बक्सर के नवानगर के करसर ग्राम निवासी आरटीआई कार्यकर्ता निराला कुमार चौधरी द्वार प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे अधिक बिहार में 2.58 करोड़ लोग भोजपुरी भाषी हैं। जबकि यूपी में 2.18 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं। सबसे कम लक्ष्यदीप में 10 और पुडुचेरी में 24 लोग भोजपुरी बोलते हैं। देशभर में भोजपुरी भाषियों की संख्या 5 करोड़ से अधिक है। देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भोजपुरी बोली जाती है। भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए 2021 से अब तक चार जनपतिनिधियों और राज्य सरकार ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है।

4 सांसदों ने गृह मंत्री और पीएम को लिखा पत्र

  • 2021 में सांसद राधा मोहन सिंह व गिरिराज सिंह ने गृह मंत्री को पत्र लिखा
  • 4 अगस्त 2022 को चतरा से सांसद सुनील कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा
  • 26 जुलाई 2022 को गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा

लेकिन सभी सांसदों को गृह मंत्रालय की ओर से लगभग एक ही जवाब उपलब्ध कराया गया कि अभी 22 भाषाएं संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है अन्य भाषाओं को शामिल करने से संबंधित भावनाओं और मांगों को लेकर सरकार सचेत है ऐसे अनुरोध को ध्यान में रखकर विचार करना होगा।

केंद्रीय​​​​​ गृह मंत्रालय को राज्य कैबिनेट का प्रस्ताव भेजा गया था।

वर्ष 2017 में ही राज्य सरकार द्वारा भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कर गृह मंत्रालय को भेजा गया था। तत्कालीन मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने गृह मंत्रालय को 18 अगस्त 2021 को पत्र लिखकर कार्रवाई का ब्यौरा मांगा। लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

आचार्य द्विवेदी के समय शामिल होने से चुकी भोजपुरी, आठवीं अनुसूची में शामिल है 22भाषाएं

साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के समय में भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के प्रस्ताव पर सहमति बन पाई थी 1975 में इसका खुलासा खुद आचार्य जी ने किया था। अभी आठवीं अनुसूची में कुल 22 भाषाएं शामिल है।

BharatiyaRecipes back to top image Add DM to Home Screen