कल बिहार की राजधानी का राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ था क्योंकि यहां मोदी हटाओ और लोकतंत्र बचाने के लिए मोदी विरोधी सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओ की बैठक थी कि मोदी को सत्ता से कैसे हटाया जाए और सबसे बडी बात यह है कि ये सब नीतीश कुमार की अगुआई में हो रही थी लेकिन दूल्हा ओ भी नही है लेकिन बाराती बहुत सारे थे।सब लोग जानते है कि बिहार में नीतिश कुमार बहुत कमजोर हो चुके है और पहले वाली बात भी उनमें नहीं है, ओ आज की तारीख में किसी के सगे नहीं है, वह क्या बोलते है और क्या करते है किसी को पता नही है।ये सब विपक्षी दल एक साथ मिल तो रहे है लेकिन लोकतंत्र बचाने के लिए नही अपना परिवारवाद बचाने के लिए, इनमे से किसी पार्टी का दिल(विचारधारा) किसी से नहीं मिलता है और 1-2 स्टेट को छोड़ दिया जाए तो ये हर राज्य में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते है।इनको सीधा मुकाबला मोदी से है और इन विपक्षी पार्टियों और आम लोगो को भी पता है कि मोदी की पार्टी राजनीतिक लड़ाई में कंफ्यूज नहीं रहती है तथा इनका लक्ष्य भी पहले से तय रहता है।ये सारे विपक्षी कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन मोदी से मुकाबला आसान नहीं है, क्योंकि मुझे इनमे कोई एक दूल्हा (प्रधान मंत्री) नही दिख रहा है और ये सब दूल्हा बनना चाहते है।मेरे हिसाब से ये कितनी भी बैठक कर ले इसका कोई खास नतीजा नहीं निकलने वाला है क्यों की ये सभी विपक्षी दल अति महत्वाकांक्षी है
बिना दूल्हे के बाराती, क्या ये विपक्षी एकता मोदी को हरा पायेगी?
गोरखपुर के CCTV व्यवसायियों का दल ADITI INFOTECH के नेतृत्व में थाईलैंड रवाना।
हरेंद्र यादव हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा। मांझी के मुबारकपुर की घटना।
पश्चिम बंगाल में तबाही मचा सकता है साइक्लोन वायॅपर जॉय।
स्कूल ब्लॉक शकरपुर में सरस्वती पूजा धूम धाम से मनाई गयी।
दिव्या भारती 21 फिल्में कर टॉप एक्ट्रेस बनीं थीं।
आरएसएस मुख्यालय को उड़ाने की धमकी।
थाईलैंड टूर से लौटे गोरखपुर के सीसीटीवी व्यवसाई। हाई फोकस को दिया धन्यवाद।
चिकित्सकीय संस्थानों के डॉक्टरों के पंजीकरण में फर्जीवाड़ा।
Add DM to Home Screen