मध्यप्रदेश पटवारी चयन परीक्षा की नई नियुक्तियों पर लगे गंभीर आरोप के बाद सरकार ने नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी हैं। सीएम शिवराज के अनुसार 5-2 समूह और पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम पर कर्मचारी मंडल द्वारा संदेह व्यक्त किया जा रहा था। इसलिए नियुक्तियों पर रोक लगा कर दुबारा जांच किया जा रहा हैं। कॉंग्रेस ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक ही सेंटर पर 10 उम्मीदवारों में से सात ने परीक्षा दी थी। जहा टॉप 10 में उन्ही सात उम्मीदवारों ने जगह बनाई थी और वह सेंटर एक विधायक का है। बता दें कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को एमपी के गृहमंत्री ने आधारहीन बताया है। उनके अनुसार अलग-अलग शिफ्ट में सभी टॉपर्स ने परीक्षा दी थी।
पटवारी परीक्षा में विवाद के बाद सीएम शिवराज द्वारा नियुक्तियों पर रोक।
