यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के एडवाइजर मिखाइलो पोडल्यक ने भारत-चीन के लोगों की बौद्धिक क्षमता पर सवाल उठाया है और कहा कि उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले का सही रुख नहीं ले पाए। पोडल्यक ने आगे कहा- ये देश साइंस में इन्वेस्ट करते हैं। भारत चंद्रयान-3 मिशन से चांद तक पहुंचा, जो अब चंद्रमा की सतह पर ट्रेकिंग कर रहा है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि ये देश इस बात को समझ पा रहे हैं कि आधुनिक दुनिया क्या है। भारत और चीन ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर उनका क्या रुख है।
जेलेंस्की के एडवाइजर बोले-भारतीय और चीनी कम बुद्धि के।
