34 वर्षीय एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जिसने गरीबों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाकर 176 करोड़ रुपए का टैक्स घोटाला किया था। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस के अधिकारियों के अनुसार आरोपी लोगों को बैंक लोन दिलाने का वादा करके उनके आधार और पैन डीटेल ले लेता था। इसके बाद उन्हीं के नाम पर फर्जी कंपनी बना कर टैक्स घोटाला करता था। साथ ही विदेशी सिम कार्ड से फॉरेन ऐक्सेस सॉफ्टवेयर का उपयोग करके वह फोन किया करता था। वॉट्सऐप चैट्स के बारे में पता लगाने के लिए इटेलिजेंस ने ट्रैकिंग की और फिर अलग अलग ठिकानों पर छापेमारी की। जिसके बाद इस ठग से जुड़े 25 बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए और 20 जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द किए गए हैं। साथ ही मोबाइल फोन, मॉडेम, लैपटॉप और सिम कार्ड भी बरामद किया गया है। बता दें कि जुलाई 2017 से जीएसटी के लागू होने के बाद से अब तक फर्जी तरीकों से करीब तीन लाख रुपए की टैक्स चोरी हो चुकी है।
176 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी करने के लिए फर्जी कंपनी बनाने वाले आरोपी गिरफ्तार।
