15 जून 1947 को भारत मां के दो टुकड़ों के बंटवारे की मंजूरी मिली थी। इस दिन पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा शुरू हुई थी और लोगों को काटकर भारत भेजे जा रहे थे। यह खूनी बंटवारा अंग्रेजों की योजना के तहत हुआ था और इससे भारत और पाकिस्तान में नफरत का बीज बोया गया। इस दौरान, हिंदुओं के साथ हिंसा और अत्याचार भी हुए। बंटवारे के बाद लोगों को अपने घर छोड़कर दूसरे मुल्क में जाना पड़ा। इस दिन की घटनाओं ने भारतीय इतिहास में गहरी छाप छोड़ी, जहां बंटवारे के बाद रिश्ते और भावनाएं बंट गई।
15 जून 1947 भारत-पाकिस्तान बंटवारे का दर्द भरा इतिहास
