पशु चिकित्सालय होने के बावजूद जानवरों के इलाज के लिए दर दर भटक रहे हैं लोग।


Despite having a veterinary hospital, people are wandering rates for the treatment of animals.

सुल्तानपुर के चांदा प्रखंड में स्थित शाहपुर का राजकीय पशु चिकित्सालय शासन की मनशानुरूप सुबह से खुलना चाहिए, लेकिन उसके विपरीत इस राजकीय पशु चिकित्सालय में ताला लटक रहा है। जिस वजह से जानवरों के इलाज के लिए ग्रामीणों को दर दर भटकना पड़ता है और मजबूरन प्राइवेट पशु चिकित्सक का सहारा लेना पड़ता है। इस समय डॉ. वीरेंद्र कुमार यहां पशु चिकित्सक के रूप में तैनाती है, लेकिन वह कभी भी चिकित्सालय पर उपस्थित नहीं रहते।

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