तीन दशक पहले राजस्थान के के जयपुर निवासी आरएसएस के एक स्वयंसेवक महेंद्र भारती ने प्रण किया था कि जब तक अयोध्या में राममंदिर का निर्माण नहीं होगा, तब तक वह शादी नहीं करेंगे। अब 22 जनवरी को राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद उनकी प्रतिज्ञा पूरी हो गई और उन्होंने मंगलवार को अपनी जीवन संगिनी के साथ सात फेरे लेकर शादी की। उनके अनुसार, 90 के दशक में हुए नरसंहार से आहत होकर उन्होंने यह प्रण लिया था।
राम मंदिर निर्माण के लिए लिया था संकल्प, प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद की शादी।
