सावन झूला मेले के तीसरे दिन नागपंचमी पर अयोध्या में रामलला चांदी के झूले पर विराजमान हुए हैं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुजारी संतोष कुमार तिवारी और प्रेमचंद ने रामलला का झूलन उत्सव शुरू किया। हर शाम रामलला के दरबार में झूलन के गीत और पदों का संगीतमय गायन किया जा रहा हैं। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास के अनुसार हर दिन भगवान राम को मौसमी फल और मिठाइयों का भोग लगाया जा रहा है और इत्र और फूलों से उनकी सेवा हो रही है।
200KG के चांदी के झूले पर विराजमान हुए रामजी
