प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी में होने वाले राम लाल के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेंगे, लेकिन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने इसका विरोध जाहिर किया है। उनका कहना था कि देश के किसी भी धार्मिक स्थल के उद्घाटन में प्रधानमंत्री को शामिल नहीं होना चाहिए। धार्मिक अनुष्ठान को राजनीति हस्तक्षेप से मुक्त धार्मिक लोगों द्वारा किया जाना चाहिए। कोर्ट की तरफ से अयोध्या को लेकर लिए गए फैसले को वह सही नहीं मानते हैं। गलत माहौल में गलत तरीके से गलत बुनियादों पर यह फैसला लिया गया था।
Add DM to Home Screen