बुधवार को 1992 के विवादित ढांचा विध्वंस की 31वीं बरसी थी, जिस कारण से जन्मभूमि के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। तो वही शाही ईदगाह सहित श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर अलर्ट जारी किया गया है। दोनों पक्षों की ओर से आयोजित होने वाले विरोधाभासी कार्यक्रमों का सिलसिला दस सितंबर 2010 को इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद बंद हो चुका है, लेकिन अब भी कुरान ख्वानी का आयोजन किया जाता है। इसलिए कई संगठन भी कृष्ण जन्मभूमि में जलाभिषेक, दीपदान करने की मांग उठाई रहे हैं। हालांकि इसकी अनुमति नहीं दी गई है।
अयोध्या : विवादित ढांचा विध्वंस की 31वीं बरसी को लेकर सुरक्षा बल तैनात।
