वैष्णव परम्परा के विश्वगुरु पद के अलंकरण के लिए अयोध्या में आयोजित समारोह को लेकर संत समाज ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया है और इस समारोह के विरोध में हनुमानगढ़ी के संत-महंत के साथ साथ निर्वाणी अखाड़ा के महंत मुरली दास भी विरोध पर उतर आए हैं। इसी मुद्दे को लेकर रविवार को प्रेसवार्ता का आयोजन कर ऐसे कृत्य में शामिल होने वाले लोगों को दंडित करने की चेतावनी दी गई है। निर्वाणी अखाड़ा महंत मुरली दास के अनुसार, जर्मनी के एक विश्वनाथ नामक व्यक्ति को 24 नवम्बर को वृंदावन में विश्व गुरु पद पर अलंकृत करने के लिए इस समारोह का आयोजन किया गया है। साथ ही इस आयोजन की सूचना सम्प्रदाय के श्रीमहंत, वैष्णव परम्परा की तीनों अनियों के श्रीमहंतो और किसी खालसा को नहीं दी गई हैं।
अयोध्या : विश्व गुरु के अलंकरण के लिए आयोजित समारोह को लेकर विरोध प्रदर्शन।
