22 जनवरी, 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली हैं, इसलिए उनके पूजन के लिए अभी से आचार संहिता तैयार की जा रही हैं। इसी आचार संहिता के आधार पर पुजारियों का चयन, ट्रेनिंग, ड्रेस कोड, रामलला का पूजन विधि और नियमित सेवा की पद्धति तैयार जाएगी। जिसके बाद राम मंदिर ट्रस्ट की इस पर मुहर लगाई जाएगी। आचार संहिता के अनुसार, जिन पुजारियों का जन्म अयोध्या में हुआ है, सिर्फ वही रामलला के पुजारी होंगे, इसलिए अब तक देश भर के 127 संप्रदाय से जुड़े संतो को आमंत्रण भेजा जा चुका हैं।
अयोध्या : रामलला के पूजन के लिए 127 संतों को भेजा जाएगा न्योता।
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