शनिवार को सीवान के सोनपुर मेले में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता के विजेता पहलवान राधेश्याम को एक चांदी का गदा सौंप दिया गया। 1975 में इस गदा को अंतिम बार विश्वनाथ सिंह ने जीती थी। बता दे की सीवान के दरौली प्रखंड में स्थित डुमरहर बुजूर्ग गांव के निवासी स्व. विश्वनाथ सिंह का जन्म 7 अगस्त 1930 को हुआ था और 30 सितम्बर 1999 में वाराणसी में उनकी मौत हुई थी। पांच फूट 11 इंच के 220 पौंड वजनी स्व. विश्वनाथ सिंह ने सेना में भर्ती होने के बाद अपनी कुश्ती की शुरूआत की थी। जिसके बाद उन्होंने अपने जीवन काल में तीन हजार प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। साथ ही उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदक हासिल किया था।
सीवान के प्रख्यात पहलवान स्व. विश्वनाथ सिंह की कहानी।
