गोपालगंज के स्कूलों में खेल का मैदान नहीं होने के कारण खेलकूद की गतिविधियों की सिर्फ खानापूर्ति होती है। इससे छात्रों का बौद्धिक और शारीरिक विकास संभव नहीं हो पाता है। जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, परन्तु प्रतिभाओं को आगे आने का मौका नहीं मिलता है।
गोपालगंज के स्कूलों में खेलकूद की गतिविधियों का अभाव।
