अनपढ़ लोग भी शिक्षा से प्रेम कर सकते हैं, इस धारणा को गोपालगंज के मांझा प्रखंड में स्थित लंगटुहाता गांव के निवासी विश्वनाथ भगत ने सच कर दिखाया है। भविष्य के पीढ़ी को संवारने के लिए उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी की जमापूंजी त्याग दी है। आज उनकी पूरी जमीन पर भवनहीन सरकारी विद्यालय स्थित हैं, जहा 800 बच्चे पढ़ते हैं। वह खुद जीवन में पढ़ाई लिखाई नहीं कर पाए, लेकिन जब 2006 में जमीन की कमी के कारण पढ़ाई लिखाई का माहौल खराब हो रहा था। उस समय गांव के सभी लोगों ने जमीन देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने अपनी तीन कट्ठा जमीन स्कूल के लिए दान कर दी। ताकि कोई और बच्चा उनकी तरह शिक्षा से वंचित न हो।
गोपालगंज : गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए त्याग दी जमापूंजी।
