आयोद्धा के हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने वाराणसी के ज्ञानवापी पर बड़ा बयान दिया है। उनके अनुसार एएसआई सर्वे के दौरान सारे सबूत हिंदुओं के पक्ष में मिले है। अयोध्या में तो काम चल ही रहा है। सभी को मथुरा के लिए आगे आना चाहिए। अगर काशी हमको नहीं सौंपा गया, तो हम 30 हजार पर चढ़ाई करेंगे। इसलिए समय रहते उनको सुधर जाना चाहिए। जिन कट्टरपंथियों ने कहा था की वहा मस्जिद था और मस्जिद ही रहेगा। उनको में पूछना चाहता हु की मस्जिद में घंटी, पुष्प कमल, स्वास्तिक, खंडित मूर्तियों का क्या काम होता है? वहा संस्कृत में लिखे शब्द कैसे मौजूद हैं। अभी तो सिर्फ शुरूवात हैं, आगे और भी तथ्य सामने आएंगे।