दिल्ली के हर्षवर्धन मिश्र जो 2016-17 में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे, 300 रुपए में पम्पलेट चिपकाते थे। वह आज हर इंसान के लिए प्रेरणादायक बन चुके हैं। नौकरी में इज्जत न मिलने पर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और भोपाल चले गए। वहा उन्होंने अपने कॉलेज के जूनियर के साथ मिलकर ऑनलाइन होम सर्विस प्रोवाइड कराना शुरू किया। उनका आइडिया यह था की आज कल सभी कुछ ऑनलाइन में ही हो रहा है। इसलिए उन लोगों ने जमशेदपुर में इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर, प्लंबर, ब्यूटीशियन जैसी कुछ होम सर्विसेज शुरू करने का सोचा था। 2017 में उन्होंने 350 रुपए से ‘go easy’ नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। जहा वह लोग 6 से ज्यादा ऑनलाइन होम सर्विसेज प्रोवाइड करने लगे। लोगों ने जब उनके कंपनी में इन्वेस्ट करने से इंकार किया तो उन्होने कारीगरों के साथ मिलकर, उनका चार्ज कितना है जान कर उनके साथ ही काम को शुरू किया। आज उनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपए है। हर्षवर्धन के अनुसार बड़े शहरों में तो ‘अर्बन क्लैप’ जैसी होम सर्विस प्रोवाइड कराने वाली बड़ी कंपनियां होती हैं। लेकिन छोटे शहरों में यह सुविधा नहीं थी। इसलिए वह लोग भोपाल और जमशेदपुर में ऑनलाइन होम सर्विसेज प्रोवाइड करने लगे।
50 रुपए से शुरू करने वाले स्टार्टअप का अब है करोड़ों रुपए का सालाना टर्नओवर।
