उत्तर प्रदेश की राजधानी और नवाबों का शहर लखनऊ की एक चीज इस शहर को दुनिया में लोकप्रिय बनाने में योगदान रखती है, और वह है चिकनकारी। यह कपड़ों पर की जाने वाली कढ़ाई का एक फॉर्म है। इसी चिकनकारी के बिजनेस से लखनऊ में न जाने कितने लोग जुड़े हुए हैं, उन्हीं में से एक हैं कृष्णा चिकन एंपोरियम के मालिक कृष्णा पाल का। उत्तर प्रदेश के जिले उन्नाव के सफीपुर से ताल्लुक रखने वाले 25 साल के कृष्णा पाल चिकनकारी वाले कपड़ों के होलसेल बिजनेस में हैं, इनकी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर बिक्री तक का काम वह अपने पिता के साथ मिलकर देखते हैं। कृष्णा चिकन एंपोरियम को 15 साल पहले 1-2 लाख रुपये के निवेश से उनके पिता मनोज कुमार पाल ने शुरू किया था,और अब कृष्णा इसे नई ऊंचाइयों की ओर ले जा रहे हैं। कृष्णा के कारोबार से इस वक्त 40 से ज्यादा कर्मचारी जुड़े हुए हैं। चिकनकारी के साथ जेंट्स कुर्ते, लेडीज कुर्ते, साड़ी, लहंगा, प्लाजो सेट, टॉप, अनारकली, सूट, दुपट्टे, स्टोल आदि प्रॉडक्ट बनाए जाते हैं। चिकनकारी का काम हाथ से होता है। लखनऊ से चिकनकारी प्रॉडक्ट दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, पंजाब, मुंबई और अमृतसर में जैसे देश के कई हिस्से में सप्लाई होती है। चिकनकारी वाले कपड़ों की कीमत 1 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक है, और लखनऊ में आने वाले विदेशी लोग भी यहां से चिकनकारी प्रॉडक्ट खरीदकर लेकर जाते हैं। आज कृष्णा चिकन एंपोरियम बिजनेस का टर्नओवर 1.5 करोड़ रुपये के आसपास है।
1.5 लाख में शुरू किया था चिकनकारी का बिजनेस, आज 1.5 करोड़ रुपये है टर्नओवर।
