अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रही प्राण-प्रतिष्ठा से 3 दिन पहले, 19 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की पहली पूरी तस्वीर सामने आई है। काले पत्थर से बनी मूर्ति में रामलला का चेहरा भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। यह मूर्ति एक ही पत्थर से निर्मित है, जिसे कहीं भी जोड़ा नहीं गया है। प्रतिमा को तैयार करने वाले व्यक्ति 37 साल के अरुण योगीराज हैं, जो कर्नाटक में निवास करते हैं। अरुण योगीराज ने पहले ही जगदगुरु शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया है, जिसे केदारनाथ में स्थापित किया गया है। इसके अलावा, इंडिया गेट पर 2022 में स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी अरुण ने ही बनाई है।
रामलला की मूर्ति में विष्णु के 10 अवतार।
