on 6 Apr 2023 , Concise by pradeepmishra, 0 0
एहेन अत्ततह कतहुँ भेलैए बूझना जाइ अछि - कलियुग आब अघोड़ एलैए कोन वियाहलि कोन कुमरकी कोवड़ो कनियाँ सुन्ने कोवड़ छोड़ि एलैए धी - बेटी हमरहु सबकेँ- ऐठति-जूईठथि एना जनाना - पूरखक सोंझाँ अबै छलैए ? एहेन अत्ततह-- ऐ,यै कछुबी कनियाँ ! अरिक्षण- परिक्षण तै दिन नै छ'ल ? मोछकटूआ सभ व'रक पाँछू एना कियेए यै ढैगहड़ि एलैए - जनिपीट्टा सभकेँ बा'प - पिती कि मैरि गेलैए! देखूत' दूधकटुआ सबकेँ जेना लगैए- अछिया पर सं घूड़ि एलैए । के छै छौड़ा के छै छौंड़ी, फड़क नजड़िए कोनो अबैए ? एहन - अत् ऐँ , यै ग
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