मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कौन है प्रबल दावेदार, जानिए इसके बारे में विस्तार से।

विधानसभा चुनाव मेंमध्य प्रदेश मेंभाजपा ने दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल कर लिया है,सूबे की 230 विधानसभा सीटों में सेभाजपा ने163 पर जीत दर्ज की है औरकांग्रेस को सिर्फ66 सीटें ही मिली हैं। साथ ही पहली बारमध्य प्रदेश मेंभारत आदिवासी पार्टी ने जीत हासिल कर एकसीट अपने कब्जे में कर लिया है। इन चुनावों मेंभाजपा नेसीएम का चेहरा घोषित नहीं किया था, लेकिनसीएम पद के प्रबल दावेदारों मेंशिवराज सिंह चौहान को गिना जा रहा है। इसीसियासी सरगर्मी के बीचसोमवार कोकांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ नेशिवराज सिंह चौहान से

मध्य प्रदेश में सत्ता से दूर हुई कांग्रेस, पर वोटशेयर में नहीं आई गिरावट।

दो दशक से मध्य प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस को5 साल और इंतजार करना होगा।कांग्रेस ने 2018 में114 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिनज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के कारणकमलनाथ की सरकार गिर गई थी और इस बार भीकमलनाथ की अगुआई मेंकांग्रेस सिर्फ 66 सीट ही हासिल कर पाई।हालांकि2018 की तुलना मेंकांग्रेस के वोटशेयर में कोई खास गिरावट नहीं आई है औरकांग्रेस काकोर वोट बैंक उनके साथ बना रहा।5 साल पहले पहले जहापार्टी को 40.9 फीसदी वोट शेयर मिला था तो वही इस बारकांग्रेस को40.4 फीसदी मतदाताओं नेसत्ता में लाने की

भारत समर्थक पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने भूटान की नेशनल असेंबली के चुनाव में पहला राउंड जीता।

भारत समर्थक पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी नेभूटान मेंनेशनल असेंबली प्राइमरी चुनाव में 42.5 परसेंट वोट के साथ जीत हासिल की है। बता दे कीसंसदीय चुनाव के पहले राउंड में भूटान मेंवोटर कैंडिडेट को वोट देते हैं और उसके बादजो दो सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, वह आखिर राउंड का चुनाव लड़ेगी।फाइनलराउंड मेंदोनों पार्टी दोबारा उसी कैंडिडेट कोलड़ा सकतीहै।भूटान के संसदीय चुनाव के फाइनल राउंड की वोटिंग9 जनवरी को होने वाली है और47 सीट भूटान में है,जिसके लिए नेशनल असेंबली के चुनाव आयोजित की जाती है।

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