कॉलेजियम प्रणाली को लेकर चल रही तनातनी के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि संविधान का विकास संसद में होना है। न्यायपालिका और कार्यपालिका सहित किसी अन्य 'सुपर निकाय' या संस्था की इसमें कोई भूमिका नहीं है। धनखड़ तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल पीएस राममोहन राव के संस्मरण के विमोचन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संविधान को संसद के जरिए लोगों से विकसित होना है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ : संविधान का विकास संसद के माध्यम से होगा, किसी और की कोई भूमिका नहीं मान्य
