अफगानिस्तान नेशनल जर्नलिस्ट यूनियन से मिली जानकारी के अनुसार तालिबान सरकार आने के बाद अफगानिस्तान में पत्रकारों की बदतर स्थिति हो चुकी हैं। 53 फीसदी पत्रकारों को तालिबान की वजह से अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। कई पत्रकार अफगानिस्तान छोड़ कर भाग चुके हैं। 50 फीसदी मीडिया आउटलेट्स बंद हो गए हैं। तालिबान द्वारा मीडिया गतिविधियों पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण मीडिया समुदाय को बेहद संकटों से जूंझना पड़ रहा है।
तालिबान बना अफगानिस्तान पत्रकारों के संकट का कारण।
