भारतीय वायु सेना पूर्वोत्तर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन की घुसपैठ को रोकने के लिए अभ्यास प्रलय आयोजित करेगी। 400 किलोमीटर दूर से दुश्मन के विमान या मिसाइल को मार गिराने में सक्षम एस 400 वायु रक्षा स्क्वाड्रन को भी इस अभ्यास में शामिल किया जाएगा। इस अभ्यास में राफेल, परिवहन और अन्य विमानों शामिल होंगे। अधिकारियों के अनुसार डोकलाम इलाके में चीन की गतिविधियों को सुरक्षा एजेंसियां निगरानी कर रही हैं।