राजनीति के बलवेदी पर अपने कुनबे को भष्म करने वाले उद्धव ठाकरे के अपने नए बयान और पीएम नरेंद्र मोदी से बढ़ती नजदीकियां महाराष्ट्र की राजनीति को फिर हवा देने का काम कर रहीं। हाल ही के ताजा बयानों से यही प्रतीत होता है। हालांकि नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान शिंदे गुट के बयानों को लेकर राजनीतिक पंडितों द्वारा भविष्य की गणना अभी बाकी है, साथ ही गर्भ में ठहरे कुछ अनसुलझे सवाल है जो पटल पर आना भी बाकी है।
बयानों की कम होती धार।
