भारत-मिडिल ईस्ट कॉरिडोर से बाहर होने पर नाराज तुर्की एक नए ट्रेड रूट के विकल्प की तलाश में है, जिसे वह इराक, कतर और UAE के साथ विकसित कर सकता है। इस नए कॉरिडोर को "इराक डेवलपमेंट रोड इनिशिएटिव" कहा जाएगा, जिसके माध्यम से सामान को इराक के ग्रैंड फॉ पोर्ट से तुर्की में लाया और ले जाया जा सकेगा। इस पर 14 लाख करोड़ रुपए की लागत होने की संभावना है, और इसके 2028 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है।
भारत मिडिल ईस्ट कोरिडोर को काउंटर करना चाहता है तुर्की
